गर्मियों का मौसम शुरू होते ही डिहाइड्रेशन का डर बढ़ने लगता है। इस मौसम में शरीर को हाइड्रेट रखना सेहत के लिए बेहद जरूरी है वरना शरीर में कमजोरी और थकान सी बनी रहती है। केवल पानी पीने से ही इस परेशानी से नहीं बचा जा सकता। इसका उपाय है की कुछ ऐसे खाद्य पदार्थो को अपनी डाइट में शामिल करे जिनमें पानी की मात्रा ज्यादा हो और जो शरीर को जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स भी प्रदान करे।
आज हम आपको इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से ऐसे ही खाद्य पदार्थो के बारे में बताएंगे जो ना केवल शरीर में पानी की कमी को पूरा करेंगे बल्कि जरूरी विटामिन और मिनरल्स की कमी को भी पूरा करेंगे और आपको एनर्जी से भर देंगे। इसके साथ ही इन खाद्य पदार्थो के सेवन से आपका पाचन तंत्र मजबूत होगा और आपकी त्वचा में भी चमक आ जाएगी।
आइए जानते है की शरीर में पानी का संतुलन कैसे बनाए, कौन – कौन से सुपरफूड्स को आपकी डाइट का हिस्सा बनाया जा सकता है जिससे आपको डिहाइड्रेशन की दिक्कत ना हो साथ ही आप स्वस्थ और ऊर्जा से भरपूर रह सको।
खाद्यान जो हमारे शरीर में पानी की कमी को पूरा करते है और डिहाइड्रेशन से बचाते है
खीरे का सेवन
खीरे की तासीर ठंडी होती है। इसमें 95% पानी की मात्रा होती है। गर्मियों में इसके सेवन से शरीर में शीतलता और तरावट आती है। जैतून के तेल में खीरे का रस मिलाकर चहरे पर लगाने से मुंहासे, चहरे की झाइयां आदि दूर हो जाते है। इसमें कई तरह के विटामिन्स और मिनरल्स भी पाए जाते है जैसे – विटामिन C, पोटेशियम, कॉपर, मैग्नीशियम आदि। click for more details
टमाटर का सेवन
टमाटर की तासीर ठंडी होती है। इसका सेवन सलाद के रूप में और सब्जी बनाने के लिए किया जाता है। सलाद के रूप में इसके सेवन से चेहरे पर चमक आने लग जाती है। टमाटर पर काला नमक / सेंधा नमक डाल कर सेवन करने से भूख खुल कर लगती है। टमाटर शरीर को हाइड्रेटेड तो रखते ही है साथ ही इसमें प्रोटीन, फॉस्फोरस, पोटाश , विटामिन A , B और C जैसे तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते है। click for more details
बंदगोभी का सेवन
बंदगोभी को सलाद और सब्जी के रूप में खाया जाता है। इसे “पत्ता गोभी” भी कहा जाता है। इसमें हाई वाटर कंटेंट होने के साथ साथ प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन A, B और C पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से कब्ज, दंतरोग, रक्त विकार, अनिद्रा आदि में बहुत लाभ होता है। बंदगोभी में पाया जाने वाला सल्फोराफेन तत्व कैंसर उत्पन्न करने वाले विषैले केमिकल को शरीर से बाहर निकलने में भी मदद करता है। click for more details
मूली का सेवन
प्रकृति हमारे लिए इस प्रकार की शाक-सब्जियां उत्पन्न करती है, जो हमारी बीमारियों को बिना किसी नुकसान के ठीक करने में सक्षम है, मूली उन्ही में से एक है। मूली में विटामिन A, B और C पर्याप्त मात्रा में होता है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, आयोडीन, जिंक, पोटैशियम आदि भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होता है। इसके सेवन से शरीर में तरावट तो आती ही है साथ ही यह शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करती है। मूली खाने से पेट के कीड़े तो नष्ट होते ही है साथ ही पेट के घाव भी ठीक हो जाते है। click for more details
तरबूज का सेवन
तरबूज की तासीर ठंडी होती है क्योकि इसमें बहुत अधिक मात्रा में पानी होता है, जिससे शरीर को दो गुना हाइड्रेशन प्राप्त होता है। तरबूज में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम, पोटेशियम आदि तत्व पाए जाते है। तरबूज के साथ साथ तरबूज के बीज भी हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते है। इसके सेवन से त्वचा पर उम्र का असर दिखना कम हो जाता है। पीलिया के रोगी के लिए तरबूज का सेवन करना अच्छा होता है। तरबूज हमारे उच्च रक्तचाप को बढ़ने से भी रोकता है। click for more details
पालक का सेवन
आयर्वेद में पालक को कफ कारक, ठंडा, भारी, वायुविकार नाशक माना जाता है। इसके सेवन से शरीर की पानी की जरूरत पूरी होती है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, सोडियम, मेग्नीशियम, पौटेशियम पचुर मात्रा में होता है। इसका सेवन गर्भवती महिला, कमजोर व्यक्ति या रोगी के लिए बहुत अच्छा होता है। इसके सेवन से पाचन तंत्र दुरुस्त हो जाता है और कमजोर रोगी व्यक्ति पुनः स्वस्थ हो जाता है। click for more details
बेबी कैरेट्स का सेवन
सलाद के रूप में बेबी कैरेट्स का सेवन खूब किया जाता है। यह हर मौसम में बाजार में उपलब्ध होती है। इसके सेवन से पोषक तत्व तो मिलते ही है साथ ही यह काफी हद तक शरीर में पानी की पूर्ति भी करती है। इसमें विटामिन A, C, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर पाया जाता है। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज नियंत्रित रहती है साथ ही त्वचा पर उम्र का असर दिखना कम हो जाता है। click for more details
सलाद पत्ता का सेवन
जैसे कि नाम से ही पता चल रहा है की इसका सेवन सलाद के रूप में होता है। यह क्रंची होता है और इसका स्वाद बहुत स्वादिष्ट होता है। इसमें विटामिन A, K, फोलेट अच्छी मात्रा में पाया जाता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में इसका सेवन बहुत लाभदायक होता है। इसका सेवन करना गर्भवती महिला के लिए भी बहुत लाभदायक होता है।
शिमला मिर्च का सेवन
शिमला मिर्च का सेवन कैंसर और घावों को ठीक करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त इसके सेवन से मोतियाबिंद को रोकने में मदद मिलती है साथ ही गठिया रोग और पीले बुखार में आराम मिलता है। शिमला मिर्च कई रंगो में आती है जैसे हरे, लाल और पीला आदि पर हरी शिमला मिर्च में हाई वाटर कंटेंट होता है। इसमें विटामिन A, C, फाइबर, लाइकोपीन अच्छी मात्रा में पाया जाता है। लाल शिमला मिर्च त्वचा के लिए बहुत अच्छी होती है क्योकि इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट होते है, जो आपकी त्वचा को ख़राब करने वाले तत्वों से लड़ते है।
केला का सेवन
केला बहुत ही लोकप्रिय फल है। इसे अगर खाली पेट खाए तो भूख मिटाने का काम करता है और अगर भरे पेट खाया जाए तो स्वास्थवर्धक होता है। व्यायाम या जीम करने वालो में तो इसकी लोकप्रियता सबसे ज्यादा होती है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, लोह तत्व, पोटेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। पोटेशियम युक्त केले का सेवन करने से शरीर का फ्लूइड लेवल ठीक रखने में मदद मिलती है। कच्चे केले की बजाए पक्का केला खाना अधिक पौष्टिक वर्धक होता है। गुणों की दृष्टि से चित्तीदार केला खाना अच्छा होता है। click for more details
दही का सेवन
आज कल मिलने वाले योगर्ट की बजाए सादा दही अधिक गुणकारी होती है। हाई वाटर कंटेंट होने के साथ साथ इसमें फॉस्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, कैल्शियम, विटामिन डी आदि तत्व पाए जाते है। इसके सेवन से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। इसमें मौजूद पौषक तत्वों के सेवन से हमारी हड्डिया और मांसपेशिया मजबूत होती है। इसमें मौजूद बैक्टीरिया हमारी आंतो को स्वस्थ रखने में मदद करते है।