You are currently viewing बेल फल खाने के लाभ – Benefits of Consuming Bael Fruit

बेल फल खाने के लाभ – Benefits of Consuming Bael Fruit

बेल फल भारतीय औषधियों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। भारत में लगभग हर जगह इसके पेड़ पाए जाते है। बेल का फल जब छोटा होता है तो इसमें बीज नहीं होते है बाद में जब ये बड़े हो जाते है तो इनके पीले -पीले गूदे में कुछ मोटे बीज और चिपचिपा गाढ़ा रस हो जाता है। पकने पर बेल के फल की ऊपरी परत कठोर और गुदा गहरा पीले रंग का हो जाता है, जिसमें से बहुत ही अच्छी सुगंध आती है। पेड़ पर फल के पकने तक केवल फल ही रह जाते है पेड़ के सारे पत्ते झड़ जाते है। बेल फल में बहुत सारे पोषक तत्व होते है जो की हमारे शरीर के लिए बहुत लाभकारी होते है। आज हम आपको बेल फल सेवन के लाभों के बारे में इस ब्लॉग के माध्यम से जानकारी देंगे ताकि आपको इसके लाभों के बारे में पता चल सके और आप भी इसका सेवन कर सको।bael fruit benefits

बेल फल में पाए जाने वाले पोषक तत्व कौन से है?

बेल फल में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते है जैसे –
पानी (Water)
ऊर्जा (Energy)
कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates)
फाइबर (Fiber)
वसा (Fat)
कैल्शियम (Calcium)
फॉस्फोरस (Phosphorus)
प्रोटीन (Protein)
लौह तत्व (Iron)
थायेमिन (Thiamine)
राइबोफ्लेविन (Riboflavin)
नियासिन (Niacin)
केरोटीन (Carotene)
विटामिन C (Vitamin C) जैसे जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं।

बेल फल खाने के लाभ

  1. आयुर्वेद में पेट के रोगो के लिए बेलफल को रामबाण औषधि माना गया है। 
  2. बेल फल का सेवन मूत्र की अधिकता और मूत्र शर्करा को कम करने में काफी लाभदायक होता है। 
  3. इसका सेवन खूनी बवासीर, मधुमेह के रोगो, श्वेतप्रदर और रक्तप्रदर में काफी लाभदायक होता है। 
  4. बेल फल मल को बांधने वाला और पाचक होता है।  
  5. मोटापे को दूर करने में भी इसके सेवन से मदद मिलती है।
  6. बेल में विटामिन C भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो की आपकी इम्युनिटी को मजबूत करता है।increase immunity power
  7. जिनका दिल कमजोर हो, जो बहुत जल्दी घबरा जाते हो उन्हे भी इस फल का सेवन अवश्य करना चाहिए। 
  8. अगर आपको कब्ज की शिकायत हो तो रात को बेल फल का सेवन करे इससे मल मुलायम होकर आसानी से सुबह शौच में निकल जाता है। खुश्की अधिक हो तो इसमें मिश्री मिलाकर सेवन करना चाहिए।
  9. अगर बच्चो को कब्ज, जुकाम या खांसी हो तो बेल के पत्तो का 4 – 5 बूंद रस लेकर जरा सा शहद मिलाए इन दोनो को अच्छे से मिलाकर बच्चे को चटाए लाभ मिलेगा।
  10. अगर आपके मुँह में छाले हो गए हो तो 
    • इसके पत्तो को अच्छे से चबाए ऐसा करने से आपके छाले बहुत जल्दी ठीक हो जाएंगे। 
    • बेल फल के सेवन से पेट की गर्मी नियंत्रित हो जाती है और यह पेट में ठंडक बनाए रखता है जो की छालो को जल्दी ठीक करने में मदद करता है।  mouth ulcer
  11. स्त्री और पुरुषो के यौन रोगो को दूर करने में भी यह फल बहुत लाभकारी है। स्त्रियों के प्रदर रोग, पुरुषो के प्रमेह, धातु, स्वप्नदोष, दुर्बलता जैसे सभी रोगो में 
    • बेल फल का सेवन करना बहुत लाभकारी होता है। 
    • बेल पत्रों को सुखाकर इसका चूर्ण बना ले इसे 2 ग्राम की मात्रा में  सुबह शाम शहद में मिलाकर चाटे और ऊपर से दूध पिए लाभ मिलेगा।   
  12. अगर आपको मोटापा है, हाई ब्लड प्रेशर है, कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है तो 
    • बेल के 3 – 4 पत्तो को चबाकर खा ले और थोड़ा गुनगुना पानी पी ले इससे इन सभी रोगो में फायदा मिलेगा। 
    • 4 – 5 पत्तो को कूट कर एक गिलास गर्म पानी में उबाले जब पानी आधा रह जाए तो इस पानी को गुनगुना पिए इससे आपको हाई ब्लड प्रेशर में लाभ मिलेगा। 
    • आप चाहे तो बेल पत्र के पत्तो को सुखाकर इनका चूर्ण बनाकर भी रख सकते हो। इस चूर्ण का गुनगुने पानी के साथ सेवन कर सकते हो।obesity problem
  13. अगर आपके जोड़ो में दर्द होता हो तो बेल के पत्तो को हल्का गर्म करके दर्द वाली जगह पर बांधने से दर्द में आराम मिलता है। 
  14. कई लोगो को सुबह के समय शौच कभी आता है कभी नहीं आता है जिससे उनके पेट में परेशानिया बढ़ती जाती है। पेट की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए आपको बेल फल का सेवन करना चाहिए। इससे सुबह के समय शौच आराम से आने लग जाएगा।
  15. खाने से पहले अगर इसका सेवन करोगे तो यह भूख बढ़ा देता है पर अगर खाना खाने के बाद सेवन करोगे तो यह भोजन को पचाने में मदद करता है। 
  16. महिलाओ के लिए इस फल का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है जैसे 
    • इसके सेवन से हीमोग्लोबिन की कमी पूरी हो जाती है। 
    • जिन महिलाओ के गर्भाशय में सूजन हो उसे दूर करने में मदद मिलती है।  
    • सफेद पानी निकलने की परेशानी में फायदेमंद होता है। 
    • कई महिलाओ को शरीर में हर समय बुखार सा प्रतीत होता रहता हो ऐसी महिलाओ के लिए भी इसका सेवन करना बहुत लाभकारी होता है। 
    • महिलाओ में ज्यादातर जो योनि रोग होते है उसका मुख्य कारण वायु होती है इसलिए ऐसी महिलाओ को बेल फल का सेवन अवश्य करना चाहिए इससे आपको काफी फायदा मिलेगा।
    • शरीर में आई सूजन को कम करने में भी यह फल काफी लाभदायक होता है। कई महिलाओ का चेहरा सफेद और सुजा हुआ सा दिखाई देता है। अगर आपको शरीर की सूजन कम करनी है और रक्त की कमी को दूर करना है तो इस फल का सेवन अवश्य करे। 
  17. बेल का फल वायु नाशक होता है। इसके सेवन से पेट की वायु को दूर करने में मदद मिलती है। gastric problem
  18. जिनको दस्त लग गए हो उन्हे इसके सेवन से लाभ मिलता है। 
  19. बेल फल का सेवन गर्मियों में लू से बचाव करने में भी बहुत मददगार होता है। 
  20. खून को साफ करने में भी इसका सेवन काफी लाभकारी होता है। 
  21. अगर किसी व्यक्ति को डायरिया हो गया हो और पेचिश लगी हो तो उसे इस फल का सेवन करना चाहिए यह दोनों ही रोगो में बहुत लाभकारी होता है। 
  22. बेल के फल की तरह बेल का तेल भी बहुत लाभकारी होता है। बेल के पत्तो का तेल त्वचा को किसी भी तरह के संक्रमण और फंगस से बचाने में मदद करता है।

बेल फल खाने से सम्बंधित सवाल / जवाब

कच्चे बेल की तासीर गर्म और पक्के बेल की तासीर ठंडी होती है।

बेल के गुद्दे का सेवन सीधे किया जा सकता है इसके अलावा 

  • बेल का शरबत बनाकर
  • बेल के मुरब्बे के रूप में
  • बेल कैंडी के रूप में या 
  • बेल के गुद्दे को सुखाकर उसका चूर्ण (बेल गिरी चूर्ण) बनाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है।
  1. अगर आपका मल कठोर हो और इस वजह से कब्ज की दिक्कत हो रखी हो तो बेल का सेवन ना करे क्योकि यह मल को बांधने में मदद करता है जिससे आपकी समस्या और भी बढ़ सकती है।
  2. जो व्यक्ति थायराइड की समस्या से ग्रसित हो और थायराइड की दवाइयों का सेवन कर रहा हो उसे भी बेल के फल के सेवन से बचना चाहिए।  
  3. जिन लोगो को मधुमेह की शिकायत हो उन्हे बेल के शरबत का सेवन नहीं करना चाहिए क्योकि लोग शरबत को मीठा बनाने के लिए इसमें चीनी आदि डाल देते है जो की मधुमेह रोगियों के लिए नुक्सानदायक होती है। 
  • पक्के हुए बेल फल की बजाए कच्चा बेल का फल ज्यादा गुणकारी होता है। कच्चे बेल की तासीर गर्म होती है इसलिए कच्चा बेल वात और कफ दोनों को कम करने वाला होता है। 
  • बेल के शरबत का रात में सेवन करने से बचना चाहिए क्योकि इसकी तासीर ठंडी होती है इससे आपको दिक्कत हो सकती है। 
  • पका बेल फल पचने में भारी होता है जबकि कच्चा फल जल्दी पच जाता है इसलिए पका फल कम मात्रा में खाना चाहिए। 

This Post Has 11 Comments

Leave a Reply