सबसे ज्यादा खाया और पसंद किया जाने वाला आम गुणों में बहुत ही खास है। इसे “फलो का राजा” भी कहा जाता है। इसकी करीब एक हजार से भी ज्यादा किस्में पाई जाती है, जिनमे से लंगड़ा, हापुस, चौसा, दशहरी आदि आम की कुछ लोकप्रिय किस्में है। आम को एक औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इसका सेवन नेत्र रोग , कब्ज, उच्च रक्त चाप, पेट सम्बन्धी रोग, पीलिया आदि में फायदेमंद होता है। आम ही नहीं इसकी गुठलिया भी बहुत उपयोगी होती है। कई दवाई कम्पनियाँ इसकी गुठलियों से दवाई बनाती है। आम को काटकर, चूस कर और इसका शेक बनाकर लोग इसका सेवन करना पसंद करते है साथ ही आम का अचार, आम पन्ना, जैम, आमचूर, आमपाक मिठाई आदि बहुत सारी चीजे बनाकर सेवन करना भी पसंद करते है। इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से आज हम जानेंगे की आम और आम की गुठली क्यों है खास? जानें इसके अद्भुत लाभ।
आम में पाए जाने वाले पोषक तत्व कौन से है?
आम में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते है जैसे –
ऊर्जा (Energy)
जल (Water)
प्रोटीन (Protein)
कैल्शियम (Calcium)
फासफोरस (Phosphorus)
आयरन (Iron)
फाइबर (Fiber)
थियामिन (Thiamine)
कैरोटीन (Carotene)
मैग्नीशियम (Magnesium)
कॉपर (Copper)
ज़िंक (Zinc)
विटामिन A , C, D (Vitamin A , C, D) जैसे जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं।
आम और आम की गुठली के सेवन के क्या फायदे है?
- कच्चे आम का पानी का सेवन करना लू लगने में एक रामबाण औषधि है।
- किसी व्यक्ति में अगर खून की कमी हो या पीलिया हो तो उसे आम का सेवन करना लाभ देगा।
- बवासीर के रोगियों के लिए आम और दूध का प्रयोग कष्ट निवारक होता है।
- इसका सेवन त्वचा का रंग साफ करने में भी मदद करता है।
- गुठली के गूदे का सेवन गठिया के रोगियों के लिए भी अच्छा होता है।
- आम की गुठली के अंदर पाए जाने वाले गूदे को सेक कर या उबाल कर दही के साथ पेचिश वाले मरीज को देने से उसे बहुत फायदा होता है।
- गुठली के अंदर पाए जाने वाले गूदे को सुखाकर उसका पाउडर बना ले इस पाउडर को शहद के साथ मिलाकर चाटने से पेचिश, दमा, दस्त, खुनी बवासीर में फायदा मिलता है।
- यदि पेट में कीड़े हो तो गुठली के अंदर पाए जाने वाले गूदे को खा ले इससे पेट के कीड़े मल के साथ बाहर निकल जाएंगे।
- कच्चे आम में तिल्ली की गड़बड़ी को ठीक करने का गुण होता है।
- गुठली के अंदर पाए जाने वाले गूदे के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर लेने से महिलाओ में मासिक धर्म की अनियमितता में राहत मिलती है।
- गुठली के गूदे में पाया जाने वाले तेल का सेवन करना ह्रदय और रक्तचाप वाले मरीजों के लिए लाभदायक होता है।
- आम के पत्तो को जलाकर उसकी राख को घाव पर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है।
- आम के पेड़ की छाल का काढ़ा बनाकर उसे पतले कपड़े से छान ले फिर इस पानी को घाव पर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है।
- अगर घाव हो गया है तो गुठली के गूदे के पाउडर का लेप बनाकर लगाए घाव जल्दी भर जाएगा।
- स्तन कैंसर (ब्रैस्ट कैंसर) की बीमारी आज कल बहुत बढ़ती जा रही है आम का सेवन इस बीमारी को रोकने में मदद करता है।
- इसके सेवन से बालो को मजबूती मिलती है क्योकि इसमें विटामिन A पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है पर आम का ज्यादा सेवन नुकसान भी दे सकता है।
- गुठली के गूदे में सूजन समाप्त करने के गुण, दर्द निवारक गुण होते है साथ ही यह एक शक्तिशाली कीटाणुनाशक भी है।
- आम इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है।
- इसका सेवन आपके वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
आम खाने से सम्बंधित सवाल / जवाब
आम की तासीर गर्म होती है।
आम में ग्लूकोस / शुगर की मात्रा काफी ज्यादा होती है जो की मधुमेह के रोगियों के लिए नुकसानदायक होता है पर आम में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते है जो आम में मौजूद नेचुरल शुगर को ब्लड में बहुत धीरे धीरे पहुंचाता है। अगर आप कम मात्रा में इसका सेवन करेंगे तो आपको नुक़सान नहीं होगा पर अगर आप ज्यादा और रोज इसका सेवन करेंगे तो आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
आम खाना खाने के बाद नहीं खाना चाहिए खास कर मधुमेह के रोगियों को इससे शुगर लेवल बढ़ने का खतरा और बढ़ जाता है।
- आम की तासीर गर्म होती है इसलिए इसके ज्यादा सेवन से चेहरे पर पिंपल्स निकलने लग जाते है।
- इसके ज्यादा मात्रा में सेवन करने से पेट में एसिडिटी और जलन होने की शिकायत हो सकती है।
- जिनको आम के सेवन से एलेर्जी हो उन्हे इसके सेवन से बचना चाहिए।
- जिन लोगो के शरीर की तासीर गर्म हो उन्हे आम का सेवन नहीं या बहुत कम मात्रा में करना चाहिए।