पिछले ब्लॉग पोस्ट “शिलाजीत के औषधीय गुण क्या है? – What Are The Medicinal Properties Of Shilajit?” में हमने जाना था की शिलाजीत क्या है? और इसके औषधीय गुण क्या है? आज हम शिलाजीत से सम्बन्धित जो आपके सवाल है जैसे इसका सेवन कैसे करे, कब करे, कितनी करे और शुद्ध शिलाजीत की पहचान कैसे करे आदि सवालों के जवाब इस ब्लॉग पोस्ट “शिलाजीत: आपकी सभी जिज्ञासाओं का समाधान” के माध्यम से बता रहे है। शिलाजीत से सम्बंधित अपनी जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए इस लेख को अवश्य पढ़े। आशा करता हूँ की आपको आपके सभी सवालों के जवाब इस लेख में मिल जाएंगे फिर भी अगर कोई सवाल हो तो कमेंट के माध्यम से हमे बताए।
शुद्ध शिलाजीत की पहचान कैसे करे?
- जब शिलाजीत को जलाया जाता है तो इसमें से धुँआ नहीं निकलता है अगर धुआँ निकल रहा है तो शिलाजीत नकली है।
- शिलाजीत को जलाने पर उसमे आग नहीं लगती है बस वो पिघल जाती है।
- जब इसे पानी में डालेंगे तो यह पानी में तार की तरह दिखाई देगी और नीचे बैठ जाएगी।
- पानी में घोलने पर यह पूरी तरह घूल जाती है।
- असली शिलाजीत गर्मियों में पिघल जाती है और सर्दियों में जम जाती है।

शिलाजीत खरीदते समय उसमे FULVIC ACID कितना है यह अवश्य देखे 60% है या 70% है। जितना ज्यादा FULVIC ACID उसमें होगा वो उतना ही अच्छा होगा। शिलाजीत वैसे तो कई तरह से मिलता है पर जो पानी के रूप में (liquid form) मिलता है वो ज्यादा अच्छा होता है, बजाए इसकी गोलियों के।
शिलाजीत का सेवन कब / कितनी मात्रा और कितने समय तक करना चाहिए?
- शिलाजीत का सेवन करने से पहले शरीर की अंदर से सफाई (अंदर की गंदगी / टॉक्सिन) होनी बहुत जरूरी होती है तभी इसका पूरा फायदा मिल पाता है।
- किसी भी रोगी को आयुर्वेदिक औषधि का सेवन करना हो तो औषधि के सेवन का सबसे अच्छा समय सुबह का होता है इसलिए इसका सेवन सुबह करना अच्छा रहेगा।
- इसके सेवन के बाद 3 घंटे तक कुछ ना खाए।
- अगर आपको कोई रोग नहीं है पर आप रोगो से बचने के लिए इसका सेवन करना चाहते हो तो आप इसका सेवन सुबह या रात को भी कर सकते हो।
- छोटे मटर के दाने के बराबर शिलाजीत लेना काफी होता है इसे दूध या गुनगुने पानी के साथ ले सकते है।
- शिलाजीत का सेवन आप 7 हफ्ते तक लगातार कर सकते हो।
- जो लोग पतले है उनको गर्म दूध के साथ शिलाजीत का सेवन करना चाहिए।
- जो लोग मोटे है उन्हे शहद के साथ सेवन करना चाहिए।
शिलाजीत के सेवन करते समय क्या सावधानियाँ बरते?
शिलाजीत के सेवन से वैसे तो कोई नुकसान नहीं होता है पर कभी कभी कुछ लोगो को इससे एलेर्जी हो जाती है, चक्कर आ जाते है, दिल की धड़कन तेज भी हो जाती है। अगर इसके सेवन से आपको ऐसा कुछ भी लगता है तो आपको इसके सेवन से बचना चाहिए।
शिलाजीत की मार्किट में माँग बहुत है इसलिए इसके बहुत से नकली उत्पाद मार्किट में है इनसे बचे शुद्ध शिलाजीत का ही सेवन करे तभी आप इसके लाभ ले पाएंगे।
शिलाजीत का सेवन करते समय किन चीजों के सेवन से बचे ?
जो चीजे शरीर में गर्मी पैदा करती है एसिडिटी पैदा करती है उनका सेवन इस दौरान नहीं करना चाहिए जैसे उड़द की दाल, दही, तीखी तली हुई चीजों के सेवन से बचना चाहिए।
क्या शिलाजीत पुरुष और महिला दोनों ले सकते है?
जी हाँ शिलाजीत का सेवन पुरुष और महिलाएं दोनों ही कर सकते है क्योकि यह हमारे पूरे शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी है।
क्या महिलाएं पीरियड्स में शिलाजीत का सेवन कर सकती है?
जी हाँ महिलाएं पीरियड्स में इसका सेवन कर सकती है खासकर जिनको पीरियड्स में ज्यादा दर्द होता है, पीरियड्स समय से नहीं आते है उनके लिए शिलाजीत बहुत लाभकारी है।
शिलाजीत को गर्मी और सर्दी दोनों मौसम में ले सकते है?
जी हाँ शिलाजीत का सेवन दोनों मौसम में किया जा सकता है। सर्दियों में छोटे मटर के दाने जितना और गर्मियों में इसकी लगभग आधी मात्रा का सेवन कर सकते है।
सभी लोगो का शरीर अलग अलग तरीके से रिएक्ट करता है। अगर आपको इसके सेवन से कोई दिक्कत महसूस हो तो इसका सेवन ना करे।
शिलाजीत का सेवन किसके साथ करे?
शिलाजीत का सेवन गुनगुने दूध के साथ करना चाहिए। जो लोग दूध नहीं पीते है वो गुनगुने पानी में मिलाकर भी इसका सेवन कर सकते है।
शिलाजीत का सेवन किसे नहीं करना चाहिए?
- अगर आपको दिल की कोई बीमारी है तो आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- ब्लड प्रेशर वाले व्यक्ति को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

- प्रेगनेंट महिला को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

- प्रेगनेंट महिला को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- आपको किडनी स्टोन है तो भी आपको इसके सेवन से बचना चाहिए।
इसका प्रयोग करने से पहले चिकित्सक का परामर्श अवश्य ले वो आपका निरिक्षण करके आपको किस प्रकार इसका सेवन करना है सही तरीके से बता पाएगा।
