यदि हमें अच्छे स्वास्थ्य का आनंद उठाना है, तो हमें अपनी दाँतोंं की सेहत का खास ध्यान रखना होगा। दाँतोंं की सेहत हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होती है।दांत ना केवल हमे सुन्दर दिखने में मदद करते है बल्कि यह हमारे शरीर का एक ऐसा सुन्दर हिस्सा है जिसकी मदद से हम किसी भी प्रकार के व्यंजन का मजा ले सकते है इसलिए जब भी कभी दाँतों में सूजन, मसूड़ों का ढीलापन, मसूड़ों से खून आना जैसी कोई भी दिक्कत लगे तो हमे ज्यादा देर नहीं करनी चाहिए तुरंत चिकित्सक का परामर्श लेना चाहिए साथ ही आज हम इस लेख के माध्यम से दाँतो की देखभाल के घरेलू नुस्खे और विशेषज्ञ सुझाव बताएंगे ताकि आप इन्हे जानकर अपने दांतो और मसूड़ों की देखभाल अच्छे से कर सको वो भी घर में ही बिना किसी साइड इफेक्ट के। दाँतो के स्वास्थ से सम्बंधित सारी जानकारी जानने के लिए इस ब्लॉग पोस्ट को अवश्य पढ़े।
दाँतो की देखभाल के घरेलू नुस्खे
1). दाँतो को नीम की दातुन से साफ़ करे इससे आपके दाँत तो साफ होंगे ही साथ ही साथ मुँह के कीटाणु भी मर जायेंगे। 
दातुन ना मिले तो मंजन करे, मंजन बनाने का तरीका
- थोड़ी सी हल्दी, थोड़ा सरसो का तेल और नमक ले और तीनो को आपस में मिला ले फिर इससे मंजन करे।
- गाये के गोबर से जो कंडे बनते है उन्हे जलाए जब इसकी राख बन जाए तो थोड़ी सी राख ले इसमें थोड़ा नमक मिलाले, थोड़ी फिटकरी का पाउडर मिला ले इससे मंजन करे इससे भी बिना केमिकल के आपके दाँत एकदम साफ़ हो जायेंगे।
2). निम्बू निचोड़ने के बाद छिलके को उल्टा करके उसमे नमक लगाकर दाँतो पर रगड़े इससे दाँत एकदम चमक जाएंगे।
3). जिनके दाँत पीले हो गए हो वो आम के पत्ते को मुँह में थोड़ी देर चबाए फिर उसे दाँत पर रगड़ने से दाँत का पीलापन साफ हो जाता है।
4). अगर किसी की मसूड़ों में सूजन आ गई है तो 10 लौंग ले और उन्हे अच्छे से कूट ले फिर 2 गिलास (400 ml) पानी में लौंग डालकर अच्छे से उबाले जब पानी आधा रह जाए (लौंग का अर्क पानी में आ जाए) तो उसे ठंडा कर ले इसे तीन भागो में बाँट दे अब आपको सुबह खाली पेट बिना ब्रश किए, दोपहर और शाम को गुनगुना लौंग का पानी लेना है और इससे 4 – 5 बार कुल्ला करना है (एक बारी में 15 से 30 सेकंड) ध्यान रहे की पानी बहुत ज्यादा गर्म ना हो अगर बहुत ज्यादा सूजन है तो गुनगुने की बजाए नार्मल लौंग के पानी से कुल्ला करे आधे घंटे बाद फिर ब्रश करके कुछ भी खा सकते हो। 
5). अगर किसी के मुँह से बदबू आती है या ब्रश करते समय थोड़ा बहुत खून निकलता है तो वो 5 लौंग (लौंग एंटीऑक्सीडेंट, कफरोधी, जीवाणरोधी , एंटीवायरल, एंटीसेप्टिक गुणों से युक्त होती है) लेकर उबाल ले और उससे बस सुबह कुल्ला करे एक हफ्ते में आपको असर देखने को मिल जाएगा। 
6). नमक वाले पानी के गरारे करने चाहिए इससे मुँह में छिपे कीटाणु, बैक्टीरिया खत्म हो जाते है और धीरे धीरे मसूड़े भी मजबूत हो जाते है।
दाँतों की सेहत को सुधारने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव
ब्रशिंग और फ्लॉसिंग
हमे नियमित रूप से दिन में कम से कम दो बार ब्रश करना और खाने के बाद फ्लॉसिंग करना चाहिए ताकि आपके दांत में कुछ अटका ना रहे। कई बार दाँतों में खाना अटके रहने से बैक्टीरिया पनप जाते है और कैविटी की दिक्कत भी हो जाती है जो आपके दाँतों के स्वास्थ के लिए अच्छा नहीं है। 
ब्रश करने का सही तरीका अपनाए
दाँतों को सही तरीके से ब्रश करना भी बहुत जरूरी है अक्सर लोग ब्रश को दायें और बायें की तरफ दाँतों पर रगड़ते है जबकि ब्रश को दाँतों पर ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर की तरफ चलाना चाहिए ताकि दांत में अगर कुछ अटका हो तो आराम से निकल जाए। अपने दाँतों की सुरक्षा के लिए मुलायम ब्रिसल्स के ब्रश का चुनाव करना चाहिए। ब्रश को ज्यादा देर तक भी दाँतों पर नहीं रगड़ना चाहिए बस 2 मिनट काफी होता है।
पौष्टिक आहार अपनाए
खाने में पौष्टिक आहार शामिल करें
और चीनी (मीठा) और कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा को कम करें। दाँतों के लिए कैल्शियम और विटामिन डी बहुत जरूरी होता है इसलिए अपने आहार में कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ अवश्य खाए।
नियमित रूप से दाँतों की जांच
नियमित रूप से दन्त चिकित्सक के पास जाएं और दाँतों की जाँच करवाएं।इससे सही समय पर आपकी दाँतों की परेशानी का पता चल सकता है और सही समय पर उसका उपचार किया जा सकता है।
तंबाकू और चाय/कॉफी के सेवन से परहेज करे
तंबाकू और चाय/कॉफी का सेवन दाँतों के लिए हानिकारक हो सकता है इसलिए इनका सेवन करने से बचना चाहिए या बहुत कम सेवन करना दाँतों के लिए अच्छा होता है।
दाँतों के ब्रेसिंग
यदि आपके दाँत किसी समस्या के कारण कमजोर हो रहे हैं, तो डेंटिस्ट से सलाह लें कि क्या दाँतों के ब्रेसिंग की आवश्यकता है। यह दाँतों की सेहत को बेहतर बना सकता है।
निष्कर्ष
अपने दाँतों की सेहत को सुधारने के लिए नियमित देखभाल करना बहुत जरूरी है। यह आपके स्वास्थ्य को तो बेहतर बनाने में मदद करेगा ही साथ ही साथ आपको दाँतों की समस्याओं से बचाएगा भी। ध्यान दें कि दाँतों की सेहत के लिए स्वयं की निगरानी और नियमित दाँतों का चेकअप महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं इसलिए दाँतों की सेहत का ख्याल रखने के लिए उपरोक्त सुझावों का पालन करें और एक स्वस्थ और हँसमुख जीवन जीने का आनंद लें।

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